बुधवार, 18 सितंबर 2019

विशेष लेख
दुनिया के फेफडो में फैलती कालिख
डॉ. खुशाल सिंह पुरोहित 
धरती पर मौजूद प्राकृतिक संसाधन किसी न किसी वजह से खत्म हो रहे हैं। यह मानव अस्तित्व के लिए खतरे की घंटी है । यदि इन प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए कदम नहीं उठाए गए तो इसके परिणाम गंभीर होंगे । 
इन दिनो दुनिया का फेफड़ा कहे जाने वाले अमेजन के जंगल में लगी आग इस चिंता को और भी बढ़ा रही हैं। धरती पर मौजूद ये कुछ ऐसे प्राकृतिक स्त्रोत हैं जो पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखते हैं, यदि किसी वजह से इन प्राकृतिक स्त्रोतों को ही नुकसान पहुंचता है तो उसके परिणामो का अंदाजा लगाना मुश्किल होगा। 
इस साल कुछ माह पहले ही वैज्ञानिकों ने चेताया था कि हिमालय में ग्लेशियरों के तेजी से पिघलने का सिलसिला चल रहा है। साल २०५० तक यहां के ६५० ग्लेशियरों के  पिघल जाने का अनुमान है। दूसरी ओर पिछले कुछ वर्षो मे अमेजन के जंगल में आग लगने की अनेक घटनाएँ हो चुकी है, यहां पर आग लगने से दुनियाभर के वैज्ञानिक और पर्यावरणविद चिंतित है । 
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च (इनपे) ने अपने सेटेलाइट आंकड़ों में दिखाया है कि २०१८ के मुकाबले इस दरम्यान आग की घटनाओं में ८५ फीसद की वृद्धि हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल के शुरूआती ८ माह में ब्राजील के जंगलों में आग की ७५,००० घटनाएं हो चुकी है। साल २०१३ के बाद ये रिकॉर्ड है। साल २०१८ में आग की कुल ३९,७५९ घटनाएं हुई थीं। अमेजन की बात करें तो यहाँ जुलाई से अक्टूबर के बीच शुष्क मौसम में आग की घटनाएं होना आम बात है। यहां प्राकृतिक कारणों से भी आग लगती है, किसान और लकडी काटने वाले भी कई बार आग लगाते हैं। जो बाद में भयानक रुप ले लेती है।
विश्व मे जैवविविधता की दृष्टि से अमेजन के वर्षा वन अद्वितीय हैं । यहाँ २५ लाख कीट प्रजातियों के लिए घर है, पौधों के हजारों, और  कुछ २,००० पक्षियों और स्तन-धारियों के ४०,००० प्रजातियों के पौधे, २२०० मछलियों, १,२९४ पक्षियों, ४२७ स्तनधारी, ४२८ उभयचर, सरीसृप और ३७८ वैज्ञानिक रूप से इस क्षेत्र में वर्गीकृत किया गया है। 
दरअसल अमेजन के जंगल मे आग के पीछे का मुख्य कारण भौतिक विकास की अंधी दौड़ हैं । एक अनुमान के अनुसार पिछले पाँच दशको में अमेजन के जंगलों का १७ प्रतिशत इलाका नष्ट हो चुका है । इसका मुख्य कारण जंगल भूमि पर खेती और खनन का बढ़ता लोभ है। दरअसल एक सोचे समझे खेल के तहत अमेजन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है । 
पर्यावरणविदों का अनुमान है खेती योग्य भूमि बढाकर निर्यात को बढावा देने के चक्कर में अमेजन के जंगलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जंगलों को जलाकर खेती योग्य भूमि का विकास किया जा रहा है। खेती योग्य जमीन बढ़ाने के लिए अमेजन के जंगलों में आग लगवायी जा रही है। पिछले कुछ वर्षो से ब्राजील में जंगल का वाणिज्यिक दोहन निरंतर बढ़ रहा है।
ब्राजील के राष्ट्रीय अंतरीक्ष अनुसंधान संस्थान के आंकड़े के अनुसार जनवरी २०१९ के बाद  ब्राजील के इलाके मे आमेजन जंगल के अंदर ३ हजार वर्ग किलोमीटर का जंगल क्षेत्र आग के कारण नष्ट हो गया । पर्यावरण एजेंसियों के आंकड़ै बताते है कि पहले भी जंगल में मानवजनित आग लगायी जाती रही है । २०१३ में ब्राजील के आमेजन जंगल में ३९५८४ आग लगने की घटना हुई थी । २०१४ में आग लगने की ६२६९१ घटना सामने आयी । २०१५ में ५७५४५, २०१६ में ७६१८५, २०१७ में ५७८७० और २०१८ में ४५०८६ आग लगने की घटना आमेजन के जंगलों में हुई । लेकिन  जायर बोलसोनारो के कार्यकाल में आग लगने का रिकार्ड टूट गया। २०१९ में जनवरी से जुलाई तक ८०६२६ आग लगने की घटना ब्राजील क्षेत्र के आमेजन जंगलों में घट चुकी है। अगर पिछले साल के  आग की घटनाओं से इस साल की आग की घटनाओं की तुलना की जाए तो इसमें ८४ प्रतिशत की वृदि दर्ज की गई है।
विकास दर प्राप्त् करने की हर देश की अंधी दौड़ में अगर जंगल लगातार नष्ट हुए तो आने वाली पीढ़ीयों को प्राणवायु का संकट हो जाएगा । जैसे इस समय पेयजल का व्यापार पूरी दुनिया में हो रहा है वैसे भविष्य में आम आदमी को जीने के लिए जरूरी आक्सीजन का नया उद्योग  खड़ा  हो जाएगा  ।
अमेजन के जंगल का महत्व इसी से समझ सकते है कि ५५  लाख वर्ग किलोमीटर में फैला अमेजन का विस्तार लैटिन अमेरिका के ९ देशों ब्राजील, बोलविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलंबिया, वेनजुएला, सुरीनाम, फ्रेंच गुइआना और गुयाना तक है। अमेजन जंगल के इलाके से बड़ी नदियां गुजरती है।
अमेजन क्षेत्र में ३ करोड़ लोगों का निवास है। अमेजन में निवास करने वाले लोगों में २० लाख लोग स्थानीय ४०० देशज समुदाय से भी संबंधित है। इस इलाके में जानवरों की लगभग २००० प्रजातियों का निवास है । पूरी पृथ्वी की जैवविविधता का १० प्रतिशत आमेजन के जंगल में मौजूद है। अमेजन का जंगल पूरे वैश्विक वातावरण में २० प्रतिशत आक्सीजन का उत्पादन करता है। अगर सही शब्दों मे कहा जाए तो आमेजन के जंगल जलवायु परिवर्तन के  प्रतिरोधक है। इसलिए मानव सभ्यता को बचाए रखने के लिए इस आमेजन को बचाए रखना जरूरी है। जलवायु परिवर्तन के प्रतिरोधक के रुप में अमेजन क्यों महत्वपूर्ण है, इसे संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के एक अध्ययन से समझा जा सकता है। अकादमी के अध्धयन के मुताबिक आमेजन के जंगल ९० से १४० साल तक का मानव उत्पादिक कार्बन डाइ-ऑक्साइड को अवशोषित करने की क्षमता रखता है।
धरती का फेफड़ा कहे जाने वाले अमेजन के जंगलों में लगी आग पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय   है । इस आग को लेकर ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो आलोचकों के निशाने पर हैं ।  दूसरी तरफ उनका कहना है कि आग को जबरन मुद्दा बनाया जा रहा है ताकि ब्राजील के आर्थिक विकास की गति को बाधित किया जा सके । यह हैरानी वाली बात है कि इस जंगल में इसी वर्ष ७२ हजार से अधिक आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें इस जंगल में लगी छोटी व बड़ी सभी तरह की आग को शामिल किया गया है। इसके अलावा इनमें इंसानों की गलती और प्राकृतिक तौर पर लगी आग भी शामिल हैं। 
आम तौर पर शुष्क मौसम में जंगल में आग लगने की घटनाएं होती हैं। कई बार जान-बूझकर भी जंगलों में आग लगाई जाती है ताकि उस जमीन का प्रयोग खेती के लिए किया जा सके । ब्राजील के आईएनपीई का कहना है कि आग लगने की घटनाओं में वृद्धि अस्वाभाविक परिस्थितियों के कारण हो रही है। सामान्य मौसम में औसत से थोड़ी ही कम बारिश होने के बाद भी आग लगने की घटना हुई है।

अमेजन जीव पारिस्थितिकी के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है । पृथ्वी के ३० फीसदी से अधिक पेड़-पौधों और कीटों का निवास स्थान है। अमेजन में विश्व का १० फीसदी बायोमास (जीव ईंधन) है। इस कारण इन जंगलों में बड़ी मात्रा में पूरे विश्व का कॉर्बन रहता है। जंगल में लगी आग के कारण बड़े पैमाने पर जंगल से कॉर्बन उत्सर्जित होगा और यह ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ने का भी कारण है। अमेजन के जंगलों में ३९ हजार करोड़ पेड़ हैं और १६,००० से अधिक जीव प्रजातियां मौजूद हैं।
अमेजन की आग से सिर्फ  ब्राजील के ही राज्यज प्रभावित नहीं हो रहे हैं बल्कि पेरू  के सीमावर्ती राज्य भी इसकी मार झेल रहे हैं। ब्राजील के माटो ग्रासो और पारा में भी आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। रिपोट्र्स की मानें तो यहां पर खेती के लिए धडल्ले से जंगलों को काटा जा रहा है। ऐसा करने वालों में यहां का स्थानीय लकड़ी माफिया भी शामिल है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि अमेजन के जंगल में आग प्राकृतिक तौर पर कम बल्कि षड़यंत्र के तौर पर ज्यादा लग रही है। इस बात को कहने का आधार मौसम है । 
जानकार मानते हैं कि अमेजन के जंगल में गर्मियों में आग लगना सामान्य  घटना हो सकती है लेकिन यदि इसके अलावा इस तरह की भीषण आग लगती है तो इसकी वजह या तो मानवीय भूल हो सकती है या फिर षड़यंत्र । अगर इन मानवीय भूलों को नहीं सुधारा गया तो इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ीयाँ भुगतेंगी । 

कोई टिप्पणी नहीं: