पर्यावरण समाचार
देश का पहला एनर्जी पार्क भोपाल में बनेगा
म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का पहला एनर्जी पार्क भोपाल में स्थापित होगा । पार्क के लिये भूमि का चयन शीघ्र किया जायेगा । उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के लिये राज्य स्तरीय डिमाण्ड साईड मेनेजमेण्ट (डीएसएम) सेल की शीघ्र स्थापना की जायेगी । ऊर्जा संरक्षण का काय करने वाली इकाई को विशेष पुरस्कार मिलेगा । श्री चौहान पिछले दिनों भोपाल में रिन्यूऐबल एनर्जी पॉवर प्रोजेक्ट पर केन्द्रित एक दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे । मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा आयोजित इस सेमीनार की अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री डॉ. गौरीशंकर शैजवार ने की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार वैकल्पिक ऊर्जा के स्त्रोतों का दोहन करने के साथ ही ऊर्जा संरक्षण के लिये कटिबद्ध है । उन्होंने कहा कि पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोतों के साथ ही गैर पारम्परिक स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन के इच्छुक निवेशकों का प्रदेश में स्वागत है। मुख्यमंत्री ने सेमीनार में आये निवेशकों को आश्वस्त किया कि अक्षय ऊर्जा आधारित परियोजनाआें को राज्य सरकार वांछित सुविधाएं उपलब्ध करायेगी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदिवासियों के घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने के लिये हितग्राही के १५ प्रतिशत अंशदान को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा । उन्होंने सोलर लालटेन और सोलर कुकर के क्रय पर १००० रूपये की अनुदान राशि देने की भी घोषण की । श्री चौहान ने १५ से २५ घनमीटर के बायोगैस संयंत्रों पर प्रति घनमीटर २५०० रूपये की अनुदान और सौर ऊर्जा आधारित १००० लीटर क्षमता के गरम जल संयंत्रों की स्थापना पर ४५०० रूपयों की प्रोत्साहन राशि दिये जाने की भी घोषणा की । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बायोमॉस आधारित परियोजनाआें को बढ़ावा देनेे के लिये पानी की उपलब्धता में राज्य सरकार द्वारा सहयोग करने की बात कही। श्री चौहान ने ३३ के.व्ही. सब स्टेशन से तकनीकी क्षमता अनुसार पॉवर एव्यूकेशन की अनुमति देने और पर्यावरण क्लीयरेंस की प्रकिय्रा को सरल बनाने की भी सहमति दी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में सौर ऊर्जा पर आधारित परियोजनाआें को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विद्युत की दरों के निर्धारण के लिये राज्य सरकार द्वारा विद्युत नियामक आयोग के समक्ष प्रस्ताव भेजने की भी घोषण की । श्री चौहान ने ऊर्जा संरक्षण को व्यापक आधार देने के लिये शीघ्र ही शासकीय संस्थानों में गर्म पानी के सौर संयंत्रों की स्थाना को अनिवार्य करने की भी घोषणा की । श्री गौरीशंकर शैजवार ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षैत्र में प्रदेश में तेजी से काम हो रहा है । उन्होंने कहा कि अपरम्परागत ऊर्जा स्त्रोतों से ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना समय की जरूरत है । ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षैत्र में निगम द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त् की गई हैं । उन्होंनंे बायोगैस से ऊर्जा उत्पादन की ३३५ मेगावाट क्षमता की परियोजनाआें का उल्लेख करते हुए कहा किदेश में पहली बार मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत परियोजनाएं स्थापित होने जा रही हैं । श्री शेखावत ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में ३० हजार आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग परिवारों के घरों को सौर ऊर्जा से रोशन किया गया है ।
म.प्र. माध्यम के प्रबंध संचालक मनोजश्रीवास्तव पुरस्कृत मध्यप्रदेश माध्यम की दो फिल्मों को नई दिल्ली में ५४ वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने तीन पुरस्कार प्रदान किये । राष्ट्रपति श्रीमती पाटिल ने मध्यप्रदेश माध्यम के प्रबंधक संचालक मनोज श्रीवास्तव को प्रोड्यूसर क रूप में मध्यप्रदेश के पर्यटन पर आधारित फिल्म रेंडेवू विथ टाइम को बेस्ट प्रमोशनल फिल्म की श्रेणी में रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार तथा फिल्म के निर्देशक राजेंद्र जांगले को रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया । इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति श्रीमती पाटिल ने मध्यप्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा पर आधारित दूसरी फिल्म रागा रिवर नर्मदा के लिए राजेंद्र जांगले एवं संज विजयवर्गीय को उत्कृष्ट छायांकन के लिए रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया । इस फिल्म के लिए प्रसिद्ध ध््राुपद गायक रमाकांत गुंदेचा एवं उमाकांत गुंदेचा को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन के लिए रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया ।***
म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का पहला एनर्जी पार्क भोपाल में स्थापित होगा । पार्क के लिये भूमि का चयन शीघ्र किया जायेगा । उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के लिये राज्य स्तरीय डिमाण्ड साईड मेनेजमेण्ट (डीएसएम) सेल की शीघ्र स्थापना की जायेगी । ऊर्जा संरक्षण का काय करने वाली इकाई को विशेष पुरस्कार मिलेगा । श्री चौहान पिछले दिनों भोपाल में रिन्यूऐबल एनर्जी पॉवर प्रोजेक्ट पर केन्द्रित एक दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे । मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा आयोजित इस सेमीनार की अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री डॉ. गौरीशंकर शैजवार ने की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार वैकल्पिक ऊर्जा के स्त्रोतों का दोहन करने के साथ ही ऊर्जा संरक्षण के लिये कटिबद्ध है । उन्होंने कहा कि पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोतों के साथ ही गैर पारम्परिक स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन के इच्छुक निवेशकों का प्रदेश में स्वागत है। मुख्यमंत्री ने सेमीनार में आये निवेशकों को आश्वस्त किया कि अक्षय ऊर्जा आधारित परियोजनाआें को राज्य सरकार वांछित सुविधाएं उपलब्ध करायेगी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदिवासियों के घरों को सौर ऊर्जा से रोशन करने के लिये हितग्राही के १५ प्रतिशत अंशदान को राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा । उन्होंने सोलर लालटेन और सोलर कुकर के क्रय पर १००० रूपये की अनुदान राशि देने की भी घोषण की । श्री चौहान ने १५ से २५ घनमीटर के बायोगैस संयंत्रों पर प्रति घनमीटर २५०० रूपये की अनुदान और सौर ऊर्जा आधारित १००० लीटर क्षमता के गरम जल संयंत्रों की स्थापना पर ४५०० रूपयों की प्रोत्साहन राशि दिये जाने की भी घोषणा की । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बायोमॉस आधारित परियोजनाआें को बढ़ावा देनेे के लिये पानी की उपलब्धता में राज्य सरकार द्वारा सहयोग करने की बात कही। श्री चौहान ने ३३ के.व्ही. सब स्टेशन से तकनीकी क्षमता अनुसार पॉवर एव्यूकेशन की अनुमति देने और पर्यावरण क्लीयरेंस की प्रकिय्रा को सरल बनाने की भी सहमति दी । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में सौर ऊर्जा पर आधारित परियोजनाआें को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विद्युत की दरों के निर्धारण के लिये राज्य सरकार द्वारा विद्युत नियामक आयोग के समक्ष प्रस्ताव भेजने की भी घोषण की । श्री चौहान ने ऊर्जा संरक्षण को व्यापक आधार देने के लिये शीघ्र ही शासकीय संस्थानों में गर्म पानी के सौर संयंत्रों की स्थाना को अनिवार्य करने की भी घोषणा की । श्री गौरीशंकर शैजवार ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षैत्र में प्रदेश में तेजी से काम हो रहा है । उन्होंने कहा कि अपरम्परागत ऊर्जा स्त्रोतों से ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना समय की जरूरत है । ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के क्षैत्र में निगम द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त् की गई हैं । उन्होंनंे बायोगैस से ऊर्जा उत्पादन की ३३५ मेगावाट क्षमता की परियोजनाआें का उल्लेख करते हुए कहा किदेश में पहली बार मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित विद्युत परियोजनाएं स्थापित होने जा रही हैं । श्री शेखावत ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में ३० हजार आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग परिवारों के घरों को सौर ऊर्जा से रोशन किया गया है ।
म.प्र. माध्यम के प्रबंध संचालक मनोजश्रीवास्तव पुरस्कृत मध्यप्रदेश माध्यम की दो फिल्मों को नई दिल्ली में ५४ वें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल ने तीन पुरस्कार प्रदान किये । राष्ट्रपति श्रीमती पाटिल ने मध्यप्रदेश माध्यम के प्रबंधक संचालक मनोज श्रीवास्तव को प्रोड्यूसर क रूप में मध्यप्रदेश के पर्यटन पर आधारित फिल्म रेंडेवू विथ टाइम को बेस्ट प्रमोशनल फिल्म की श्रेणी में रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार तथा फिल्म के निर्देशक राजेंद्र जांगले को रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया । इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति श्रीमती पाटिल ने मध्यप्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा पर आधारित दूसरी फिल्म रागा रिवर नर्मदा के लिए राजेंद्र जांगले एवं संज विजयवर्गीय को उत्कृष्ट छायांकन के लिए रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया । इस फिल्म के लिए प्रसिद्ध ध््राुपद गायक रमाकांत गुंदेचा एवं उमाकांत गुंदेचा को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन के लिए रजत कमल एवं ५० हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया ।***
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