पर्यावरण समाचार
नॉलेज हब के रूप मेंउभर रहा है मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश अब देश के शिक्षा पटल पर तेजी से एक नॉलेज हब के रूप में उभरता जा रहा है । कौशल विकास पर भी यहां विशेष तौर पर ध्यान दिया गया जा रहा है ।
राज्य शासन के तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश तेजी से देश में नॉलेज हब के रूप में विकसित हो रहा है । यहां पिछले दशक में शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों और शैक्षणिक संस्थाआें की स्थापना तेजी से हुई है । उन्होनें कहा कि वर्तमान में प्रदेश में उच्च् शिक्षा विभाग के १२ शासकीय और १० निजी विश्वविघालय, ३४२ शासकीय महाविघालय, ७७ अनुदान प्राप्त् महाविद्यालय और ६३६ अशासकीय महाविद्यालय संचालित है । इसी प्रकार तकनीकी शिक्षा विभाग को एक तकनीकी विश्वविद्यालय, २३० इंजीनियरिंग महाविद्यालय, ७७ एमसीए, ११८ फार्मेसी, ७५ पॉलीटेक्नीक महाविद्यालय, ३३३ आईटीआई और ११३ कौशल विकास केन्द्र संचालित है ।
इस साल १० नए कौशल विकास केन्द्र स्वीकृत किए गए है । तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में संवाद स्थापित करने का कौशल विकसित करने के लिए सभी शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज और आइटीआई में भाषाई प्रयोगशाला की स्थापना का भी निर्णय किया गया है ।
अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में आइआइएम इन्दौर, आइआइटी इन्दौर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च भोपाल, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल, निफ्ट भोपाल, एबी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफार्मेशन टेक्नालॉजी एंड मेनेजमेंट ग्वालियर, पाीडीआइटीडीएम जबलपुर जैसे राष्ट्रीय स्तर के कई महत्वपूर्ण संस्थान संचालित है । प्रदेश में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की स्थापना की स्वीकृति भी मिल चुकी है । इस साल आइटीआई को प्रवेश क्षमता ५४५४० और अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रमों की क्षमता एक लाख एक हजार की गई है । यह पिछले साल की तुलना में क्रमश: ६७ फीसद और ३६५ फीसद अधिक है ।
नॉलेज हब के रूप मेंउभर रहा है मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश अब देश के शिक्षा पटल पर तेजी से एक नॉलेज हब के रूप में उभरता जा रहा है । कौशल विकास पर भी यहां विशेष तौर पर ध्यान दिया गया जा रहा है ।
राज्य शासन के तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश तेजी से देश में नॉलेज हब के रूप में विकसित हो रहा है । यहां पिछले दशक में शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों और शैक्षणिक संस्थाआें की स्थापना तेजी से हुई है । उन्होनें कहा कि वर्तमान में प्रदेश में उच्च् शिक्षा विभाग के १२ शासकीय और १० निजी विश्वविघालय, ३४२ शासकीय महाविघालय, ७७ अनुदान प्राप्त् महाविद्यालय और ६३६ अशासकीय महाविद्यालय संचालित है । इसी प्रकार तकनीकी शिक्षा विभाग को एक तकनीकी विश्वविद्यालय, २३० इंजीनियरिंग महाविद्यालय, ७७ एमसीए, ११८ फार्मेसी, ७५ पॉलीटेक्नीक महाविद्यालय, ३३३ आईटीआई और ११३ कौशल विकास केन्द्र संचालित है ।
इस साल १० नए कौशल विकास केन्द्र स्वीकृत किए गए है । तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों में संवाद स्थापित करने का कौशल विकसित करने के लिए सभी शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज और आइटीआई में भाषाई प्रयोगशाला की स्थापना का भी निर्णय किया गया है ।
अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में आइआइएम इन्दौर, आइआइटी इन्दौर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च भोपाल, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल, निफ्ट भोपाल, एबी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफार्मेशन टेक्नालॉजी एंड मेनेजमेंट ग्वालियर, पाीडीआइटीडीएम जबलपुर जैसे राष्ट्रीय स्तर के कई महत्वपूर्ण संस्थान संचालित है । प्रदेश में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की स्थापना की स्वीकृति भी मिल चुकी है । इस साल आइटीआई को प्रवेश क्षमता ५४५४० और अल्प अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रमों की क्षमता एक लाख एक हजार की गई है । यह पिछले साल की तुलना में क्रमश: ६७ फीसद और ३६५ फीसद अधिक है ।
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