गुरुवार, 9 जुलाई 2009

१५ पर्यावरण समाचार

स्वाइन फ्लू से बचा सकती है तुलसी!
अनेक बीमारियों में चमत्कारी औषधि के रूप में पहचाने जाने वाली तुलसी स्वाइन फ्लू जैसे घातक वायरस से बचाने में भी मदद करती है । यह इस बीमारी से जकड़े किसी भी व्यक्ति को जल्द स्वास्थ्य लाभ कराने में भी मदद करती है। आयुर्वेद के शोधकर्ताआें ने यह दावा किया है । हाल ही में मेडिकल विशेषज्ञों ने तुलसी के फ्लूरोधी गुण खोज निकाले हैं। इनके अनुसार तुलसी पुरे शरीर के रक्षात्मक तंत्र को मजबूत करती है विशेषकर किसी भी विषाणु जनित बीमारी से लड़ने में पूर्ण सक्षम है । जापानी मस्तिष्क ज्वर से लड़ने के लिए तुलसी का उपयोग बेहद सफल सिद्ध हुआ है और यही उपचार पद्धति स्वाइन फ्लू में भी अपनाई जा सकती है । तुलसी का प्रयोग स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को जल्द फायदा दिलाने में कारगर साबित हो सकता है । जामनगर में गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. भूपेश पटेल ने कहा कि स्वाइन फ्लू को नियंत्रित करने में तुलसी बेहतर भूमिका निभा सकती है। उन्होंने बताया की हमेशा ताजा तुलसी का सेवन करना चाहिए । रोज लगभग२० से २५ मध्यम आकार की पत्तियों का ज्यूस या पेस्ट बनाकर इसे दिन में दो बार खाली पेट लिया जा सकता है । आयुर्वेद कॉलेजों के प्रोफसरों और वैज्ञानिकों का कहना है कि तुलसी एक बेहतर औषधि है और इसके कभी भी कोई साइड इफेक्ट नहीं होते ।
जलवायु परिवर्तन पर अमेरिकी विधेयक को मंजूरी
अमेरिकी संसद की एक समिति ने जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए पूर्ववर्ती बुश प्रशासन की नीतियों के सर्वथा विपरीत जहरीली गैसों के उत्सर्जन को कम करने की नई और बाजारोन्मुखी योजना के विधेयक को मंजूरी दे दी है । विधेयक के अनुसार अमेरिका २०५० तक ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में ८३ प्रतिशत तक कमी लाएगा तथा ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों को बढ़ावा देगा। संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की ऊर्जा एवं वाणिज्य समिति ने जलवायु परिवर्तन पर ओबामा प्रशासन की नई पहल नियंत्रण योजना को ३३-२५ मतो से मंजूर कर लिया है । ***

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