व्यक्तिगत
डॉ. खुशालसिंह पुरोहित
जन्म तिथि - १० जून १९५५
शिक्षा - एम.ए.(हिन्दी), पी.एच.डी.(पत्रकारिता),डी.लिट् (पर्यावरण)
पत्रकारिता -
सन् १९७२- साप्ताहिक मालव समाचार में प्रतिनिधि। १९७४ - दैनिक स्वदेश इंदौर में जिला प्रतिनिधि।
१९७५-हिन्दुस्तान समाचार संवाद एजेंसी में जिला संवाददाता।१९७५ - दैनिक इंदौर समाचार में अति.प्रतिनिधि।
१९७७-दैनिक स्वदेश इंदौर में सह-संपादक।
स्वतंत्र पत्रकार के रुप में युगवार्ता, सप्रेस और सी.एन.एफ. फीचर एजेस्यिों के माध्यम से हिन्दी के प्रतिष्ठित पत्रो में सम-सामयिक विषयों पर अनेक लेख प्रकाशित। इंदौर प्रेस क्लब एवं रतलाम प्रेस क्लब के सदस्य। प्रादेशिक मंत्री म.प्र. आंचलिक पत्रकार संघ, भोपाल। १९८४ पहली पुस्तक विश्व युवा वर्ष : संदर्भ चुनौतियां का प्रकाशन। १९८७ पहली हिन्दी पर्यावरण पत्रिका पर्यावरण डाइजेस्ट का प्रकाशन। १९८८पर्यावरण के जनसुलभ सिाहत्य के अन्तर्गत पर्यावरण को बचाईये - स्वयं को बचाईये, हमारे जल संसाधनों का संरक्षण और पर्यावरण और जन सामान्य पुस्तकों का प्रकाशन। १९९१ मालवा के पर्यावरण की पहली नागरिक रिपोर्ट मालवा का पर्यावरण का प्रकाशन।
सम्मान पुरस्कार-
१. १९९४ पर्यावरण सम्मान - रोटरी मंडलाध्यक्ष जगमोहन कटारिया द्वारा प्रदत्त।
२. १९९७ पर्यावरण संरक्षक सम्मान - म.प्र. के कृषिमंत्री महेन्द्रसिंह कालूखेड़ा द्वारा प्रदत्त।
३. १९९७ राष्ट्रीय पर्यावरण सेवा सम्मान - महामहिम डॉ. शंकरदयाल शर्मा द्वारा प्रदत्त।
४. १९९८ राष्ट्रगौरव सम्मान - उ.प्र. के पूर्व राज्यपाल वी. सत्यनारायण रेड्डी द्वारा प्रदत्त।
५. १९९९ समाजहित पत्रकारिता पुरस्कार - प्रो. रामकिशोर पसीने, नागपुर द्वारा प्रदत्त।
६. २००० पर्यावरण मित्र सम्मान - म.प्र. के मत्स्य पालन मंत्री हीरालाल सिलावट द्वारा प्रदत्त।
७. २००० पर्यावरणविद् सम्मान - अध्यक्ष राजपुरोहित समाज, रतलाम द्वारा प्रदत्त।
८. २००० भूमण्डलीय हिन्दी सेवी सहस्राब्दी सम्मान - केन्द्रीय गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी
द्वारा प्रदत्त।
९. २००१ पर्यावरण रत्न सम्मान - उ.प्र. के मुख्यमंत्री राजनाथसिंह द्वारा प्रदत्त।
१०. २००१ पीस अवार्ड २००१- जगतगुरु शंकराचार्य प्रयागपीठाधीश्वर स्वामी माधवानंद सरस्वती
द्वारा प्रदत्त।
११. २००४ वरिष्ठ पत्रकार सम्मान - मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती द्वारा प्रदत्त।
१२. २००६ रामेश्वर गुरु पत्रकारिता पुरस्कार - केन्द्रीय राज्यमंत्री सुरेश पचोरी द्वारा प्रदत्त।
सामाजिक क्षेत्र -
१९७७ आचार्य विनोबाभावे से भेंट बाद समाज सेवा में जीवन की शक्ति लगाने का निश्चय।
१९८१ संयोजक - आंतर-भारती बाल आनंद महोत्सव समिति।
१९८८ अध्यक्ष - उपभोक्ता परिषद्, रतलाम।
१९८९ सदस्य - जिला भारत ज्ञान-विज्ञान समिति, रतलाम।
१९८९ इन्टेक (दि इण्डियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एण्ड कल्चर हेरिटेज) प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य।
२००० सदस्य - प्रबंध समिति, जन शिक्षण संस्थान, रतलाम।
२००२ सदस्य - प्रबंध समिति, केन्द्रीय विद्यालय, रतलाम।
२००६ सदस्य - प्रबंध समिति, जन शिक्षण संस्थान, रतलाम।
पर्यावरण -
१९८१ संस्थापक सचिव पर्यावरण परिषद्, रतलाम।
१९८४ रतलाम शहर के पर्यावरण की पहली नागरिक रिपोर्ट का संयोजन।
१९८६ सदस्य, मालवा पर्यावरण सोसायटी, उज्जैन संभाग।
१९८९ सदस्य, रतलाम जिला पर्यावरण संरक्षण दल, रतलाम ।
१९८९ एक रासायनिक कारखाने के विरुद्ध लंबे संघर्ष के बाद सर्वोच्य न्यायालय में लोकहित याचिका।
१९९० पर्यावरण की गतिविधियों का विस्तार समूचे मालवा-निमाड़ के किया गया।
१९९२ मालवा के पर्यावरण की पहली नागरिक रिपोर्ट का संयोजन-सम्पादन।
१९९३ सदस्य, सरदार सरोवर पुनर्बसाहट एजेन्सी, बड़ोदरा गुजरात।
१९९५ संयोजक, जिला पर्यावरण वाहिनी, रतलाम।
१९९५ कल्पवृक्ष संरक्षण एवं विकास अभियान की शुरुआतका संयोजन।
१९९८ मानसेवी, वन्य प्राणी अभिरक्षक।
2 टिप्पणियां:
आपका परिचय पढ कर प्रसन्नता हुई। बधाई स्वीकारें।
आपको एवं आपकी पत्रिका को यहाँ पर भी उपलब्ध देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई। जिस प्रकार आप पर्यावरण के प्रति लगातार समर्पित हैं देखकर बहुत अच्छा लगा। टीम हमारा रतलाम की और से आपको ढेर सारी शुभकामनांएं!
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