रविवार, 15 मार्च 2015

प्रसंगवश
बोरवेल बन रहे है, डेथवेल 
प्रो. अजहर हाशमी, प्रख्यात साहित्यकार, रतलाम (म.प्र.)
बोरवेल के ग े बच्चें के डेथवेल बनते जा रहे हैं । ताजातरीन उदाहरण म.प्र. के जिले आगर-मालवा के ग्राम निपानिया वैजनाथ का है, जहां २६ फरवरी की शाम लगभग पांच वर्षीय अजय पिता कमल बोरवेल में अपनी जिंदगी की जंग हार गया । उसे बचाने के लिए तकरीबन ७३ घंटे रेस्क्यू आपरेशन चला, लेकिन बोरवेल से बच्च टुकड़े-टुकड़े अंग के रूप मेंमिला। प्रदेश में बोरवेल के ग े में बच्च्े के गिरने का यह पहला मामला नहीं है। गतवर्ष १७ दिसम्बर को छतरपुर में सवा साल का मासूम किशन एक खेत के खुले बोरवेल में गिरकर अपनी जान गंवा बैठा था । किशन बोरवेल में १८-२० फीट नीचे तक फंसा हुआ था । यद्यपि उसे ग े से बाहर निकालने  के लिए लगभग २९ घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला था और १८ दिसम्बर को उसे बाहर भी निकाल लिया गया था, तथापि वह बच नहीं सका था । बहुत समय पहले रतलाम जिले के अंचल में लगभग ऐसे ही मामले में बच्च्े पर मौत के बादल मंडरा चुके हैं। यद्यपि मौत कहकर नहीं आती और दुर्घटना कालबेल का बटन नहीं दबाती तथापि ये दर्दनाक हादसे झकझोरते हुए चार सवाल सामने लाते हैं । 
पहला यह कि ऐसे हादसे क्यों होते है ? दूसरा यह कि बोरवेल के संदर्भ में कानून क्या कहता है ? तीसरा यह कि हमारे जनप्रतिनिधि का इस मामले में रवैया क्या है ? चौथे यह कि कैसे रूकेंगी ये दुर्घटनाएं ? पहले सवाल का जवाब तो यह कि बोरवेल वहीं बनाए जाते हैं, जहां जमीन पथरीली होने के कारण पानी बहुत नीचे होता है । अमूमन ऐसे हादसे उन्हीं बोरवेल में होते हैं, जहां बहुत गहरी बोरिंग करने के बावजूद पानी का स्त्रोत नहीं मिलता और फिर उसे खुला छोड़ दिया जाता है । दूसरे सवाल का जवाब यह है कि बोरवेल के संदर्भ में कानून स्पष्ट ही नहीं दिन के उंजाले की तरह साफ है । सर्वोच्च् न्यायालय का यह आदेश दृष्टव्य है कि किसी भी जमीन अथवा भवन के मालिक को अपने क्षेत्र में बोरवेल एवं ट्यूबवेल की खुदाई करने से पहले उस क्षेत्र के जिला कलेक्टर/ग्राम सरपंच/सक्षम अधिकारी को १५ दिन पूर्व लिखित में सूचित करना अनिवार्य है । बोरवेल-ट्यूबवेल के पास सूचना पट्टी, चारों तरफ कांटेदार तार लगाना/चबूतरा बनवाना, ग ों को भरना तथा बोरवेल पर ढक्कन लगाना अनिवार्य है । तीसरे सवाल का उत्तर यह है कि हमारे जनप्रतिनिधि का रवैया गैरजिम्मेदाराना न हो यानी बोरवेल के ग े में गिरते बच्च्े को वे मुद्दा बनाएं । चौथे सवाल का जवाब यह है कि कानून का पालन सख्ती से हो । 

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