शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

प्रसंगवश
भारत में इन्टरनेट मार्केट ११.४ लाख करोड़ का होगा

        साल २०२० को भारत में इंटरनेट आधारित बिजनेस की ग्रोथ के लिए का काफी अहम माना जा रहा है । गोल्डमैन साक्स की रिपोर्ट के मुताबिक २०२५ तक भारत इंटरनेट आधारित बिजनेस का मार्केट साइज १६,००० करोड़ डॉलर (करीब ११.४ लाख करोड़ रूपए) तक पहुंच जाएगा । यह मौजूदा मार्केट साइज से करीब तीन गुना ज्यादा है । इंटरनेट आधारित बिजनेस में ई-कॉमर्स, ट्रैवेल,फूड, क्लासिफाइड, ऑनलाइन कटेंट आदि आते हैं ।
        रिपोर्ट के अनुसार इस तुफानी ग्रोथ के फायदे के लिए जरूरी है कि ऐसे बिजनेस में तत्काल निवेश किया जाए । इस वजह से २०२० में इस क्षेत्र में जमकर निवेश बढ़ेगा । आने वाले कुछ सालोंमें भारत के ज्यादातर बड़े बिजनेस इंटरनेट आधारित होंगे । इसलिए निवेशक इसकी ग्रोथ के शुरूआती चरण में ही निवेश करनाचाहेंगे ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके ।
        भारत के ज्यादातर कैपिटल वेंचर फर्म ऐसे इन्वेस्टमेंट जरिए की तलाश में हैं जो उन्हें साल २०२० तक अच्छी स्थिति में पहुंचा दे । एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक भारत में २०२० की पहली तिमाही तक वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट का ट्रेंड मजबूत रहेगा । ये किसी स्टार्टअप के शुरूआती चरण में निवेश को तरजीह दे सकते हैं ।
        सॉफ्ट बैंक इस दिशा में पहले से ही सक्रिय हैं, लेकिन अब कई अन्य ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म भी भारत का रूख कर सकते हैं । सूत्रों के मुताबिक  प्राइवेट इक्विटी फर्म वालबर्ग भारत में निवेश के लिए १५० करोड़ डॉलर का फंड इकट्ठा कर रही है । वहीं, अलीबाबा की अगुवाई वाली एंट फाइनेंशियल भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए १०० करोड़ डॉलर का फंड इकट्ठा कर रही हैं ।
        रिपोर्ट के मुताबिक भारत में २०२० तक १०,५०० टेक र्स्टाटअप मौजूद होंगे । इनमें से कम से कम ५० में यूनिकॉर्न होने की संभावना जताई जा रही है । यूनिकॉर्न का मतलब ऐसे र्स्टाटअप से है जिसकी वैल्युएशन १०० करोड़ डॉलर के पार जाए । रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि २०२५ तक भारत में १०० से ज्यादा यूनिकॉर्न  हैं । ये प्रत्यक्ष रूप से ११ लाख जॉब के अवसर पैदा करेंगी ।

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