संपादकीय
अश्लील तस्वीरों पर गूगल का अहम फैसला
आजकल ऐसी खबरें अक्सर पढ़ने को मिलती है कि किसी व्यक्ति की अश्लील तस्वीर इंटरनेट पर शाया कर दी गई है । उस व्यक्ति के लिए काफी त्रासदायक होता है । आम तौर पर ऐसी तस्वीरें बदले की भावना से शाया की जाती हैं । पीड़ित व्यक्ति इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई में उलझा रहता है ।
इस तरह की विषयवस्तु से निपटने के प्रयास कई बार हुए हैं । रेडिट और टिव्टर जैसे मंच बदले की भावना से डाली गई सामग्री पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास कर चुके हैंऔर सरकारें भी अपने तई कोशिश करती रहती है । दिक्कत यह होती है कि एक साइट को बंद करने पर वही सामग्री किसी दूसरी साइट पर नजर आने लगती है । मगर पिछले दिनोंगूगल ने इस संबंध में एक महत्वपूर्ण फैसला किया है ।
गूगल ने ऐलान किया है कि यदि संबंधित व्यक्ति अनुरोध करें तो वह उसकी तस्वीर को अपनी खोज के परिणामों में से हटा देगा । गूगल की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है, हमारा दर्शन सदा से यह रहा है कि खोज के परिणामों में पूरा वेब प्रतिबिंबित होना चाहिए । मगर बदले की भावना से प्रस्तुत अश्लील सामग्री निहायत निजी और भावनात्मक रूप से नुकसानदायक होती है । ऐसी सामग्री पीड़ित व्यक्ति - अधिकांशत: महिलाआें - को शर्मसार करती है । लिहाजा, हम उन लोगों द्वारा उनकी ऐसी तस्वीरें गूगल खोज परिणामों में से हटाने के अनुरोध का सम्मान करेगे जिनकी नग्न या यौनिक रूप से प्रेरित तस्वीर उनकी सहमति के बगैर शाया की गई हैं।
क्या गूगल का यह कदम कारगर साबित होगा ? तथ्य यह है कि विश्व स्तर पर सामग्री खोज के व्यापार में गूगल का हिस्सा ७० प्रतिशत है । यदि कोई पृष्ठ गूगल के खोज परिणामों में सामने नहीं आए, तो उसे खोज पाना मुश्किल हो जाता है । लिहाजा, गूगल का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण है । इसका एक और भी असर होगा । अन्य खोजी कार्यक्रमों को भी गूगल के साथ कदम मिलाकर चलना होगा, अन्यथा उन्हें यह बताना होगा कि उन्हें बदले की भावना से शाया इन तस्वीरों को हटाने में क्या आपत्ति है ?
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