समुद्री प्रजातियों की गणना
वर्गीकरण वैज्ञानिकों ने एक महत्वाकांक्षी योजना हाथ में ली है जिसके तहत समुद्रो में रहने वाली जन्तु प्रजातियों की गिनती की जा रही है। वर्ल्ड रजिस्टर ऑफ मैरीन स्पीशीज (थठिचड) नामक इस समूह की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि समुद्र की लहरों के नीचे २,२८,४४५ ज्ञात जीव प्रजातियां निवास करती है । समूह ने कम से कम १९०४०० ऐसी प्रजातियों के नाम सूची में हटाए भी है जो एक ही प्रजाति को अलग-अलग प्रजाति मान लिए जाने के कारण दिए गए थे ।
थठिचड का मुख्यालय बेल्जियम के फ्लैडर्स मैरीन इंस्टीट्यूट में है और इस सूची को बनाने में २०० वर्गीकरण वैज्ञानिक काम कर रहे हैं । योजना के तहत मूलत: प्रकाशित साहित्य का विश्लेषण किया जा रहा है । पिछले दिनोंप्रकाशित अपनी नवीनतम रिपोर्ट में समूह ने कहा है कि उसने २०१४ में १४५१ प्रजातियों को सूची में जोड़ा है । समूह के सह-अध्यक्ष यान मीज का कहना है कि उन्होनें सारे जीवों की लगभग पूरी सूची बना ली है जिन्हें कभी न कभी देखा गया है और उनका विवरण दिया गया है । एक अनुमान के मुताबिक समुद्रों में निवास करने वाली प्रजातियों की संख्या ७-१० लाख के बीच है । जबकि थठिचड ने अभी मात्र सवा दो लाख को ही सूचीबद्ध किया है । अर्थात अभी काफी सारा काम बाकी है ।
थठिचड ने जो सबसे बड़ी बात पता लगाई है, वह यह है कि दुनिया भर में प्रजातियों के जो विवरण है उनमें विभिन्नता के चलते कई बार एक ही प्रजाति को विभिन्न अलग-अलग प्रजातियां मान लिया गया था । वर्ष २००८ में समूह ने ऐसे ५६,४०० पर्यायवाची खोजे थे । कई प्रजातियों के तो ५०-५० नाम तक मिले हैं । मसलन, एक जीव है ब्रेडक्रम्बस्पॉन्ज । इसे अलग-अलग वैज्ञानिकों ने ५६ अलग-अलग नामों से पहचाना है । अंतत: पता चला कि ये सब एक ही प्रजाति हेलीकॉण्ड्रिया पेनेसिया के विभिन्न नाम है । समूह के सदस्यों का कहना है कि वे यह तो जानते थे कि प्रजातियों का दोहराव हुआ है मगर उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि यह दोहराव इतने बड़े पैमाने पर पर हो सकता है । एक से अधिक नाम वाली प्रजातियों का रिकॉर्ड तो एक घोंघे खुरदरे पेरिविकल के नाम है । प्राणी साहित्य में इसका विवरण ११३ अलग-अलग नामों से हुआ है ।
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